दुनिया में मिला नया ब्लड ग्रुप G निगेटिव: सिर्फ एक महिला के शरीर में मिला ये दुर्लभ खून
- bypari rathore
- 31 July, 2025

🩸 दुनिया में मिला नया ब्लड ग्रुप G निगेटिव: सिर्फ एक महिला के शरीर में मिला ये दुर्लभ खून
नई दिल्ली, जून 2025 — विज्ञान की दुनिया में एक बड़ी खोज सामने आई है। वैज्ञानिकों ने एक नया और बेहद दुर्लभ ब्लड ग्रुप खोज निकाला है, जिसे अनौपचारिक रूप से G निगेटिव और तकनीकी रूप से AnWj-नेगेटिव के नाम से पहचाना जा रहा है। यह ब्लड ग्रुप अब तक सिर्फ एक महिला के शरीर में पाया गया है। इस नई खोज के साथ अब दुनिया में कुल 48 प्रकार के ब्लड ग्रुप पहचाने जा चुके हैं।
🔬 क्या है G निगेटिव ब्लड ग्रुप?
यह नया ब्लड ग्रुप वास्तव में AnWj नामक एंटीजन की अनुपस्थिति पर आधारित है, जो आमतौर पर सभी इंसानों के रक्त में पाया जाता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि कुछ दुर्लभ मामलों में MAL नामक जीन में बदलाव के कारण यह एंटीजन शरीर में नहीं बनता। इस स्थिति को ही वैज्ञानिक AnWj-नेगेटिव कहते हैं।
विशेष बात यह है कि AnWj एंटीजन जन्म के समय मौजूद नहीं होता, बल्कि जन्म के एक सप्ताह बाद शरीर में विकसित होता है। इस ब्लड ग्रुप के मामले में यह एंटीजन कभी बनता ही नहीं।
🧬 50 साल पुरानी गुत्थी सुलझी
इस खोज की शुरुआत 1972 में हुई थी, जब एक महिला के रक्त में यह एंटीजन नहीं पाया गया था। इसके बाद यह मामला दशकों तक रहस्य बना रहा। अब आधुनिक जेनेटिक सीक्वेंसिंग तकनीकों की मदद से वैज्ञानिकों ने यह रहस्य सुलझा लिया है। MAL जीन की अनुपस्थिति के कारण यह दुर्लभ ब्लड ग्रुप विकसित होता है।
🏥 क्या है इसका मेडिकल महत्व?
)
इस ब्लड ग्रुप की खोज ब्लड ट्रांसफ्यूज़न के लिहाज़ से बेहद अहम मानी जा रही है। यदि किसी AnWj-नेगेटिव व्यक्ति को सामान्य (AnWj-पॉजिटिव) ब्लड चढ़ा दिया जाए, तो गंभीर रिएक्शन हो सकते हैं। ऐसे में यह नई पहचान ट्रांसफ्यूज़न सुरक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।
🌐 कितने ब्लड ग्रुप अब तक?
अब तक दुनिया भर में कुल 48 ब्लड ग्रुप सिस्टम की पहचान की जा चुकी है। इनमें से ABO, Rh, Kell, Duffy जैसे कुछ सामान्य हैं, जबकि MAM, Er और अब MAL जैसे सिस्टम दुर्लभ माने जाते हैं।
📣 विशेषज्ञों की राय
डॉ. फियोना रेज (UK नेशनल हेल्थ सर्विस) के अनुसार,
"यह खोज न सिर्फ ब्लड ग्रुप्स की हमारी समझ को विस्तार देती है, बल्कि ऐसे लोगों की पहचान में भी मदद करेगी, जिन्हें विशिष्ट और सुरक्षित रक्त की ज़रूरत है।"
🔍 निष्कर्ष
यह नई खोज एक बार फिर साबित करती है कि मानव शरीर के रहस्य आज भी वैज्ञानिकों के लिए चुनौती बने हुए हैं। AnWj-नेगेटिव या G निगेटिव ब्लड ग्रुप की पहचान से भविष्य में ब्लड डोनेशन, ट्रांसफ्यूज़न और जेनेटिक रिसर्च को एक नई दिशा मिलेगी।
Note: Content and images are for informational use only. For any concerns, contact us at info@rajasthaninews.com.
40 के बाद शर्ट से बा...
Related Post
Hot Categories
Recent News
Daily Newsletter
Get all the top stories from Blogs to keep track.