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घरेलू हिंसा क्या है? कानून, सजा और पीड़ितों के अधिकार – पूरी जानकारी

घरेलू हिंसा क्या है? कानून, सजा और पीड़ितों के अधिकार – पूरी जानकारी

📰 ब्रेकिंग न्यूज़: घरेलू हिंसा के मामले बढ़े, कानून सख्त – जानिए क्या है सजा और कानूनी प्रावधान

📍 नई दिल्ली, 21 मई 2025 – देश में घरेलू हिंसा (घरेलू हिंसा) के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। महिला आयोग और पुलिस विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक वर्ष में घरेलू हिंसा के मामलों में 15% की वृद्धि हुई है। सरकार और सामाजिक संगठनों ने इस पर चिंता व्यक्त की है।

🔍 घरेलू हिंसा क्या होती है?

घरेलू हिंसा वह अपराध है जिसमें किसी व्यक्ति को उसके घर या पारिवारिक संबंधों में मानसिक, शारीरिक, यौन, आर्थिक या भावनात्मक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। यह हिंसा पति-पत्नी, माता-पिता-बच्चों या अन्य रिश्तेदारों के बीच हो सकती है।

उदाहरण:

पत्नी को मारना-पीटना या डराना-धमकाना

बच्चों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना

बुजुर्ग माता-पिता की उपेक्षा या बदसलूकी

आर्थिक नियंत्रण या पैसे देने से इनकार करना

⚖️ घरेलू हिंसा पर कानून क्या कहता है?

‘घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, 2005’ (Protection of Women from Domestic Violence Act, 2005) के तहत महिलाएं सुरक्षा, निवास, गुजारा भत्ता और प्रताड़ना से मुक्ति की मांग कर सकती हैं।

👩‍⚖️ घरेलू हिंसा की सजा क्या होती है?

यदि घरेलू हिंसा IPC की धारा 498A के तहत आती है (पति या ससुराल वालों द्वारा क्रूरता), तो तीन साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है।

पीड़िता न्यायालय से रोक आदेश (protection order), भरण-पोषण आदेश, और निवास अधिकार प्राप्त कर सकती है।

बार-बार अपराध करने पर सजा और भी कड़ी हो सकती है।

📊 जमीनी हकीकत

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में घरेलू हिंसा की रिपोर्टिंग सबसे ज्यादा है। विशेषज्ञों का मानना है कि अभी भी बड़ी संख्या में महिलाएं डर या सामाजिक दबाव के कारण शिकायत नहीं करतीं।

🗣️ सरकारी और सामाजिक प्रयास

महिला हेल्पलाइन नंबर 181

वन-स्टॉप सेंटर स्कीम (महिलाओं के लिए सहायता केंद्र)

महिला आयोग द्वारा कानूनी सहायता और परामर्श

📞 क्या करें अगर आप या कोई जानने वाला पीड़ित है?

नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करें

महिला हेल्पलाइन 181 पर कॉल करें

वकील या NGO से संपर्क करें

सबूत (मैसेज, कॉल रिकॉर्डिंग, मेडिकल रिपोर्ट) सुरक्षित रखें

📢 समाज की चुप्पी को तोड़ना ज़रूरी है। घरेलू हिंसा सिर्फ 'पारिवारिक मामला' नहीं, एक गंभीर अपराध है।


Note: Content and images are for informational use only. For any concerns, contact us at info@rajasthaninews.com.

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