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ट्रंप का बड़ा फैसला: Google और Microsoft को भारत से हायरिंग न करने की चेतावनी

ट्रंप का बड़ा फैसला: Google और Microsoft को भारत से हायरिंग न करने की चेतावनी

ट्रंप का भारत पर सख्त रुख: Google और Microsoft से कहा – भारत से हायरिंग बंद करो, IT इंडस्ट्री को गहरा झटका

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपने "America First" ऐजेंडा को सामने रखते हुए भारत के खिलाफ बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि अमेरिकी टेक कंपनियां जैसे Google और Microsoft को अब भारत से हायरिंग बंद कर देनी चाहिए और अमेरिकी युवाओं को प्राथमिकता देनी चाहिए।

📉 भारत की IT इंडस्ट्री पर गहरा असर

भारत की आईटी इंडस्ट्री लंबे समय से अमेरिकी कंपनियों के साथ काम कर रही है, जिसमें Google, Microsoft, Amazon, Meta जैसी कंपनियों की भारत में बड़ी टीमें और डेवलपमेंट सेंटर्स हैं। लाखों भारतीय इंजीनियर और टेक प्रोफेशनल्स इन कंपनियों में काम करते हैं।

अगर ट्रंप का यह बयान नीति में तब्दील होता है तो इससे भारत को भारी नुकसान हो सकता है। अमेरिका में काम कर रहे भारतीयों की नौकरियों पर भी संकट खड़ा हो सकता है।

🎯 ट्रंप का मकसद क्या है?

ट्रंप ने कहा,

“हमारी नौकरियां भारत और चीन जा रही हैं, अब वक्त आ गया है कि Google और Microsoft जैसे टेक जायंट्स अमेरिका के टैलेंट को तवज्जो दें, न कि आउटसोर्सिंग करें।”

यह बयान ट्रंप की आगामी 2024-25 की राष्ट्रपति चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें वह घरेलू रोजगार को प्राथमिकता देने की बात बार-बार दोहरा रहे हैं।

📊 विशेषज्ञों की राय

अमेरिकी कंपनियां Google और Microsoft भारत में अब नहीं करेंगी हायरिंग?  डोनाल्ड ट्रंप ने दी चेतावनी

टेक और पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ट्रंप की यह रणनीति राजनीतिक लाभ के लिए हो सकती है, लेकिन इससे ग्लोबल आईटी सिस्टम पर असर पड़ेगा।

“भारत से हायरिंग बंद करना किसी भी ग्लोबल टेक कंपनी के लिए नुकसानदेह होगा क्योंकि भारत एक स्किल्ड टैलेंट हब है,”
— टेक इंडस्ट्री विशेषज्ञ

🇮🇳 भारत की प्रतिक्रिया

भारत सरकार की ओर से इस पर अभी आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन विदेश मंत्रालय और IT मंत्रालय इस मुद्दे पर नजर बनाए हुए हैं। भारत में टेक सेक्टर से जुड़े संगठनों ने इस बयान की निंदा की है और कहा कि भारत और अमेरिका के टेक संबंध लंबे समय से आपसी लाभ पर आधारित हैं।


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