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"छत्तीसगढ़: राधे-राधे बोलने पर बच्ची को सजा, प्रिंसिपल ने मुँह पर टेप लगाया – गिरफ्तारी के बाद बवाल"

"छत्तीसगढ़: राधे-राधे बोलने पर बच्ची को सजा, प्रिंसिपल ने मुँह पर टेप लगाया – गिरफ्तारी के बाद बवाल"

📰 पूरी घटना:

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के एक निजी स्कूल में नर्सरी की एक बच्ची ने पारंपरिक अभिवादन ‘राधे-राधे’ कहा, जिससे नाराज़ होकर स्कूल की प्रिंसिपल ने उसके मुँह पर टेप चिपका दिया और उसे शारीरिक सजा दी। घर पहुँचने पर बच्ची डरी-सहमी हालत में थी और रोते हुए माता-पिता को बताया कि वह ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी लेकिन मुँह बंद होने के कारण कुछ बोल नहीं पा रही थी।

Tape was pasted on the girl's mouth for saying "Radhe-Radhe", principal  arrested | "राधे-राधे" बोलने पर बच्ची के मुंह पर टेप चिपकाई,प्रिंसिपल  गिरफ्तार: दुर्ग के स्कूल में नर्सरी ...
"छत्तीसगढ़: राधे-राधे बोलने पर बच्ची को सजा, प्रिंसिपल ने मुँह पर टेप लगाया – गिरफ्तारी के बाद बवाल"

👮‍♀️ जांच और गिरफ्तारी:

मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके साथ ही भारत की नई दंड संहिता — भारतीय न्याय संहिता (BNS) के प्रावधानों के अंतर्गत भी कानूनी कार्रवाई की गई है।

🔍 बजरंग दल की प्रतिक्रिया:

बजरंग दल ने इस घटना को गंभीर मानते हुए कड़ी आपत्ति दर्ज की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। संगठन के कार्यकर्ताओं ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से यह सुनिश्चित करने की मांग की कि बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार दोबारा ना हो। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को समाज में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

⚖️ क्या हो सकता है आगे?

पहलूसंभावित कार्रवाई और प्रभाव
🔍 आधिकारिक जांचपुलिस के साथ-साथ यदि बाल अधिकार संरक्षण आयोग (Child Rights Commission) इस मामले में शामिल होता है तो जांच और भी गहराई से की जाएगी।
👮‍♀️ कानूनी परिणामप्रिंसिपल पर POCSO Act और IPC की बाल सुरक्षा से संबंधित धाराएँ लग सकती हैं।
🎒 स्कूल का भविष्यस्कूल प्रशासन पर बाल सुरक्षा के नए दिशा-निर्देश लागू करने और स्टाफ को प्रशिक्षित करने की मांग उठ सकती है।
🗣️ सामाजिक प्रतिक्रियाइस घटना को लेकर समाज में गहरी नाराजगी है। सोशल मीडिया पर इसकी तीखी आलोचना हो रही है और स्कूलों में सुधार की आवाज़ तेज हो रही है।

 

📌 निष्कर्ष:

यह मामला न केवल बाल अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े करता है। प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, समाजिक संगठनों ने भी न्याय की माँग करते हुए सख्त कार्रवाई की अपील की है।


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