बिहार चुनाव चरण 1 लाइव: उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने हिंसा के आरोप लगाए, दोपहर 1 बजे तक 42.3% मतदान दर्ज
- byAman Prajapat
- 06 November, 2025
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान आज शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ, लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ा, राजनीति का तापमान भी बढ़ता गया। सुबह 7 बजे से शुरू हुआ मतदान धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ता गया और दोपहर 1 बजे तक 42.3% मतदान दर्ज किया गया। हालांकि, कुछ जिलों से छिटपुट हिंसा और बूथ पर गड़बड़ी की खबरें सामने आईं, जिससे माहौल में हल्की बेचैनी फैल गई।
राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि कई स्थानों पर विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने जानबूझकर हिंसा भड़काने और मतदाताओं को डराने-धमकाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, “यह लोकतंत्र का उत्सव है, लेकिन कुछ लोग इसे हिंसक रूप देने पर तुले हैं। हमने चुनाव आयोग को शिकायत दी है और उम्मीद है कि तुरंत कार्रवाई होगी।”
सिन्हा के आरोपों के बाद राजनीतिक हलकों में बहस छिड़ गई है। महागठबंधन नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा कि सत्ता पक्ष ही प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग कर रहा है और जहां-जहां मतदाता विपक्ष के पक्ष में हैं, वहां जानबूझकर बाधा डाली जा रही है।
एक नेता ने कहा, “भाजपा नेताओं को जनता की नाराज़गी दिख रही है, इसलिए अब हिंसा का आरोप लगाकर माहौल को भटकाने की कोशिश हो रही है।”
भागलपुर, बक्सर, औरंगाबाद, कैमूर और भोजपुर जैसे जिलों में सुबह-सुबह लंबी कतारें देखने को मिलीं। ग्रामीण इलाकों में महिलाओं और बुजुर्गों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कई जगहों पर EVM मशीनों में तकनीकी खराबी आई, लेकिन तकनीकी दलों ने उसे तुरंत दुरुस्त कर मतदान को जारी रखा।
चुनाव आयोग ने इन सभी घटनाओं का संज्ञान लिया है और कई संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। आयोग ने साफ किया है कि “वोटिंग की प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से जारी है, किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, पहले चरण की वोटिंग राज्य के भविष्य की दिशा तय कर सकती है। बिहार के लगभग 94 सीटों पर हो रही इस वोटिंग में कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है।
विश्लेषक कहते हैं कि अगर इस चरण में मतदान प्रतिशत अच्छा रहता है, तो यह जनता के बीच राजनीतिक बदलाव की लहर का संकेत हो सकता है।
मतदान केंद्रों पर माहौल उत्सव जैसा देखने को मिला। कई जगहों पर युवाओं ने ‘पहले मतदान, फिर जलपान’ का नारा बुलंद किया। सोशल मीडिया पर #BiharElections2025, #Phase1Voting, और #BiharVotes ट्रेंड कर रहे हैं।
पटना यूनिवर्सिटी के छात्रों ने लोकतंत्र के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए पोस्टर अभियान चलाया, जबकि कई कॉलेजों में वोट सेल्फी प्रतियोगिताएं रखी गईं।

इस बीच, मौसम ने भी वोटिंग के लिए माहौल अनुकूल बनाया है। सुबह हल्की ठंडक और दोपहर में हल्की धूप ने मतदाताओं को घर से निकलने में मदद की। ग्रामीण इलाकों में वोटिंग की रफ्तार सुबह थोड़ी धीमी थी, लेकिन जैसे-जैसे दिन बढ़ा, मतदान में तेजी आई।
शाम तक मतदान प्रतिशत 55-58% तक पहुंचने का अनुमान है।
राज्य निर्वाचन कार्यालय ने मतदाताओं से अपील की है कि वे बिना किसी भय या दबाव के मतदान करें। कई जगहों पर सुरक्षा कर्मी बूथों के बाहर पूरी सतर्कता से तैनात हैं।
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इस बार युवाओं और प्रथम बार वोट डालने वालों की भूमिका अहम रहेगी। अनुमान है कि लगभग 18 लाख नए मतदाता इस बार मतदान कर रहे हैं।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि अब तक की स्थिति “कंट्रोल में और सुरक्षित” है। हालांकि, कुछ बूथों पर सांप्रदायिक नारेबाजी और मामूली झड़पों की खबरें आईं, जिन्हें पुलिस ने तुरंत शांत कराया।
विजय कुमार सिन्हा के आरोपों के बाद चुनाव आयोग ने जिला अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। आयोग यह सुनिश्चित कर रहा है कि किसी भी मतदाता को डर या दबाव में वोट न डालना पड़े।
जनता का जोश देखते ही बनता है — कोई साइकिल से तो कोई पैदल चलकर कई किलोमीटर दूर स्थित बूथ तक जा रहा है।
महिलाएं अपने बच्चों को गोद में लेकर मतदान केंद्र पहुंच रही हैं, जबकि बुजुर्गों के लिए विशेष व्हीलचेयर सुविधा की व्यवस्था की गई है।
दिन के अंत में एक बात साफ है — बिहार की जनता जाग चुकी है।
वह जानती है कि एक वोट की कीमत क्या होती है, और शायद यही जागरूकता इस चुनाव को ऐतिहासिक बना देगी।
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जीणमाता मंदिर के पट...
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