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कैलाश पर्वत के ये 5 रहस्य उड़ाएंगे आपके होश, क्यों आज तक कोई नहीं कर पाया इसकी चढ़ाई?

कैलाश पर्वत के ये 5 रहस्य उड़ाएंगे आपके होश, क्यों आज तक कोई नहीं कर पाया इसकी चढ़ाई?

नई दिल्ली:
कैलाश पर्वत न केवल आध्यात्मिकता का केंद्र है, बल्कि रहस्यों का खजाना भी है। हिंदू, बौद्ध, जैन और बोन धर्मों में पूजनीय यह पर्वत आज भी विज्ञान और एडवेंचर के लिए एक पहेली बना हुआ है। हर साल हजारों श्रद्धालु कैलाश मानसरोवर यात्रा पर निकलते हैं, जो इस साल 30 जून से फिर शुरू हो रही है। लेकिन कैलाश पर्वत की चोटी पर आज तक कोई इंसान नहीं पहुंच पाया। क्यों? आइए जानते हैं इसके 5 अद्भुत रहस्य

🔍 1. आज तक कोई नहीं चढ़ पाया कैलाश पर्वत पर

पृथ्वी की सबसे पवित्र और रहस्यमयी चोटियों में से एक – कैलाश पर्वत – पर आज तक किसी पर्वतारोही ने चढ़ाई पूरी नहीं की। कई बार कोशिशें हुईं, लेकिन या तो प्राकृतिक बाधाएं आईं या लोगों ने खुद ही चढ़ाई रोक दी।

🧭 2. कैलाश के चारों ओर घूमती हैं दुनिया की नदियाँ

कैलाश पर्वत के चारों दिशाओं में चार पवित्र नदियाँ जन्म लेती हैं – सिंदु, सतलुज, ब्रह्मपुत्र और कर्णाली। वैज्ञानिकों के लिए यह भूगोलिक चमत्कार है कि कैसे एक ही स्थान से चार प्रमुख नदियाँ निकलती हैं।

🕉️ 3. शिव का रहस्यमयी त्रिशूल और ऊर्जा केंद्र

मान्यता है कि कैलाश पर्वत पर भगवान शिव का निवास है। वैज्ञानिकों और साधकों का मानना है कि इस पर्वत पर एक प्राकृतिक ऊर्जा केंद्र मौजूद है, जिसकी वजह से यहाँ अजीब सी शांति और शक्ति महसूस होती है।

4. समय का खेल – एक दिन में बाल सफेद!

स्थानीय मान्यताओं और यात्रियों के अनुसार, कैलाश पर्वत के पास समय बहुत तेज़ी से गुजरता है। कुछ यात्रियों का कहना है कि वहाँ कुछ घंटे बिताने के बाद उनके बाल सफेद हो गए – जैसे समय कई साल आगे बढ़ गया हो

🌌 5. मिरर माउंटेन: दो समानांतर पर्वत

कैलाश पर्वत के पास स्थित है गुरला मंडाता – जो आकार और दिशा में कैलाश के समान है। इसे कई लोग पृथ्वी का ऊर्जा द्वार भी कहते हैं। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों पर्वत एक-दूसरे के प्रतिबिंब की तरह लगते हैं।

📅 कैलाश यात्रा 2025: कब और कैसे जाएं?

इस साल यात्रा 30 जून 2025 से शुरू हो रही है। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के माध्यम से लॉटरी सिस्टम से तीर्थयात्रियों का चयन किया जाता है। यात्रा नेपाल या लिपुलेख रूट से होती है।


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