महिला वर्ल्ड कप में चमकीं महाराष्ट्र की बेटियाँ: जेमिमा रोड्रिग्स, स्मृति मंधाना और राधा यादव का होगा राज्य सम्मान
- byAman Prajapat
 - 04 November, 2025
 
                                    महिला क्रिकेट के इतिहास में 2025 का वर्ष हमेशा सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। इस साल भारत ने पहली बार Women’s World Cup अपने नाम किया, और इस ऐतिहासिक जीत में महाराष्ट्र की तीन धाकड़ बेटियों — स्मृति मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स, और राधा यादव — का योगदान किसी कड़ी रीढ़ की हड्डी से कम नहीं रहा। उनके शानदार प्रदर्शन ने न सिर्फ भारत का झंडा ऊँचा किया, बल्कि देशभर की लाखों लड़कियों को अपने सपनों पर विश्वास करना सिखाया।
अब महाराष्ट्र सरकार ने इन तीनों खिलाड़ियों को “महाराष्ट्र गौरव क्रीड़ा सम्मान” से सम्मानित करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को घोषणा करते हुए कहा कि राज्य को अपनी बेटियों पर गर्व है, जिन्होंने अपने खेल के ज़रिए साबित कर दिया कि नारी शक्ति जब ठान ले, तो हर असंभव संभव हो जाता है।
🌟 सम्मान समारोह का आयोजन
यह सम्मान समारोह मुंबई के वर्ली स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित किया जाएगा, जहाँ तीनों खिलाड़ियों को ₹25 लाख की नकद राशि, प्रशस्ति पत्र और महाराष्ट्र की पारंपरिक शॉल-सम्मान दिया जाएगा। इस मौके पर राज्यपाल, खेल मंत्री, और कई दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी मौजूद रहेंगे।
कार्यक्रम में स्कूली छात्राओं को विशेष आमंत्रण दिया गया है ताकि वे इन खिलाड़ियों से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में आगे बढ़ सकें।
🏏 स्मृति मंधाना: आत्मविश्वास की मिसाल
स्मृति मंधाना, भारतीय महिला टीम की उपकप्तान, महिला वर्ल्ड कप की सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ों में से एक रहीं। उन्होंने टूर्नामेंट में कई शानदार पारियाँ खेलीं — जिनमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी 97 रनों की पारी क्रिकेट फैंस की यादों में हमेशा जिंदा रहेगी।
उनकी बैटिंग का अंदाज़, खेल के प्रति अनुशासन और कप्तानी के दौरान शांत स्वभाव ने उन्हें महिला क्रिकेट का चेहरा बना दिया है। उनकी प्रेरणा आज भारत के छोटे-छोटे कस्बों की लड़कियों तक पहुँच चुकी है।

💫 जेमिमा रोड्रिग्स: मुंबई की उभरती सितारा
मुंबई की गलियों से निकलकर वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुँची जेमिमा रोड्रिग्स की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं। उन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी से मैच के हर पल में जोश भरा। फाइनल मुकाबले में उनका 68 रनों का योगदान भारत की जीत की नींव साबित हुआ।
उनकी फील्डिंग, त्वरित रिएक्शन और टीम स्पिरिट ने उन्हें भारत की “डायनामिक प्लेयर” बना दिया। मुख्यमंत्री ने कहा —
“जेमिमा जैसी युवा खिलाड़ियों ने यह दिखा दिया कि जुनून अगर सच्चा हो, तो उम्र सिर्फ एक संख्या रह जाती है।”
🌪️ राधा यादव: गेंद से रच दिया जादू
गुजरात में जन्मी पर महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाली राधा यादव ने इस वर्ल्ड कप में अपनी स्पिन गेंदबाज़ी से हर टीम को परेशान किया। उनकी लाइन और लेंथ इतनी सटीक रही कि विरोधी बल्लेबाज़ों को समझ नहीं आया कि गेंद किस दिशा में मुड़ेगी।
फाइनल मुकाबले में उनके तीन अहम विकेटों ने भारत की जीत तय कर दी। उनके जज़्बे और फिटनेस के स्तर को देखकर चयनकर्ताओं ने कहा कि “राधा अब भारतीय महिला टीम की रीढ़ हैं।”
🏅 महाराष्ट्र का गर्व और नई दिशा
राज्य सरकार ने घोषणा की है कि “महाराष्ट्र गौरव क्रीड़ा सम्मान” अब हर साल उन खिलाड़ियों को दिया जाएगा जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम ऊँचा किया हो। इसके तहत खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता के साथ स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने में मदद की जाएगी।
खेल मंत्री संदीपान भुमरे ने कहा —
“इन तीनों खिलाड़ियों ने न केवल मैदान में जीत हासिल की, बल्कि यह भी साबित किया कि मेहनत, अनुशासन और जज़्बा हमेशा सफलता का सबसे बड़ा हथियार होता है।”
👏 जनता और फैंस की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इन तीनों खिलाड़ियों के सम्मान की खबर के बाद फैंस ने ख़ुशी जताई है। ट्विटर पर #MaharashtraKiBeti, #ProudOfOurGirls, और #WWCChampions जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
लोग कह रहे हैं कि यह सम्मान देर से सही, मगर बहुत ज़रूरी था। कई यूज़र्स ने सरकार से आग्रह किया कि ऐसी प्रेरणादायक महिलाओं को आगे लाने के लिए खेल नीति में और सुधार किए जाएँ।
🌈 भविष्य की प्रेरणा
इन तीनों खिलाड़ियों की कहानी आज सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं रह गई है। ये अब नई पीढ़ी के लिए “आत्मनिर्भर नारी शक्ति” की पहचान बन चुकी हैं। महाराष्ट्र सरकार का यह कदम आने वाली युवा खिलाड़ियों के लिए एक नई राह खोलेगा, जिससे गाँव-गाँव में बेटियाँ खेलों की ओर प्रेरित होंगी।
🕊️ निष्कर्ष
स्मृति मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स, और राधा यादव ने यह साबित कर दिया है कि अगर इरादा सच्चा हो और मेहनत निरंतर, तो सफलता निश्चित है। महाराष्ट्र की यह तिकड़ी अब न सिर्फ क्रिकेट के मैदान की स्टार हैं, बल्कि हर उस भारतीय लड़की की पहचान हैं जो अपने सपनों को साकार करने की हिम्मत रखती है।
राज्य सरकार का यह सम्मान केवल तीन खिलाड़ियों के लिए नहीं, बल्कि पूरे भारत की बेटियों के लिए एक प्रतीक है — कि अब वो सिर्फ इतिहास की कहानियों में नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा तय करेंगी।
Note: Content and images are for informational use only. For any concerns, contact us at info@rajasthaninews.com.
**Nitish Rana Backs...
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