Follow Us:

Stay updated with the latest news, stories, and insights that matter — fast, accurate, and unbiased. Powered by facts, driven by you.

भारत-रूस संबंधों में नई उम्मीदें: तेल और रक्षा में बड़ी सफलताएँ

भारत-रूस संबंधों में नई उम्मीदें: तेल और रक्षा में बड़ी सफलताएँ

भारत-रूस संबंधों में नई उम्मीदें: मोदी-पुतिन की मुलाकात से मिली दो बड़ी खुशखबरी

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) समिट के दौरान, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक ने दोनों देशों के बीच संबंधों को नई दिशा देने के संकेत दिए हैं। इस मुलाकात ने भारत के लिए दो अहम खबरें लाई हैं, जो उसकी आर्थिक और रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में मदद करेंगी।

1. सस्ते तेल की आपूर्ति में हो सकती है रियायतें
रूस से भारत को तेल की आपूर्ति में संभावित रियायतें मिलने की उम्मीद है। वर्तमान में, भारत रूस से डिस्काउंट पर तेल खरीद रहा है, लेकिन अब इस सहयोग में और भी वृद्धि हो सकती है। यदि रूस भारत को अधिक रियायतें देता है, तो इससे भारत की तेल आयात लागत में कमी आएगी, जिससे महंगाई पर अंकुश लगने की संभावना है। इससे भारत की आर्थिक स्थिति को बल मिलेगा और उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें स्थिर रह सकती हैं।

2. एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति का रास्ता साफ
रूस से भारत को एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति को लेकर भी सकारात्मक संकेत मिले हैं। यह अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली भारत की सीमा सुरक्षा को मजबूत करेगी और क्षेत्र में उसकी रक्षा क्षमताओं को और भी बेहतर बनाएगी। सूत्रों के अनुसार, मोदी और पुतिन की बैठक में इस मुद्दे पर भी सहमति बनी है, जिससे भारत की सैन्य ताकत में इजाफा होगा।

अमेरिका के टैरिफ का प्रभाव और भारत की रणनीति
अमेरिका ने हाल ही में भारत पर 50 प्रतिशत का टैरिफ लगाकर उसकी तेल कीमतें और महंगी कर दी हैं। ऐसे में रूस से सस्ते तेल और एस-400 की आपूर्ति भारत के लिए बड़ी राहत साबित हो सकती है। इससे न केवल उसकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।

मोदी-पुतिन की मुलाकात और भारत की बन गई बात... ट्रंप टैरिफ के बीच रूस से आ  रही 2 गुडन्यूज! - News18 हिंदी
 मोदी-पुतिन की मुलाकात से मिली दो बड़ी खुशखबरी

आगे का रास्ता
दोनों नेताओं की यह मुलाकात भारत-रूस संबंधों में नई मजबूती का संकेत है। दोनों देश मिलकर क्षेत्रीय स्थिरता, आर्थिक सहयोग और रक्षा क्षेत्र में और भी कदम उठा सकते हैं। इस संबंध की सफलता भारतीय जनता के लिए एक सकारात्मक संकेत है कि उनके देश का विदेशी संबंध मजबूत और लाभकारी दिशा में बढ़ रहा है।


Note: Content and images are for informational use only. For any concerns, contact us at info@rajasthaninews.com.

Share: