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मामी को चूना लगा गया भांजा, तिजोरी से धीरे-धीरे चुराए 7 लाख; मौज-मस्ती में उड़ाए

मामी को चूना लगा गया भांजा, तिजोरी से धीरे-धीरे चुराए 7 लाख; मौज-मस्ती में उड़ाए

पटना के नया टोला सरिस्ताबाग में एक परिवारिक धोखाधड़ी की घटना ने सभी को हैरान कर दिया। रिंकू देवी, जिनके पास लंबे समय की मेहनत और पारिवारिक बचत से 7 लाख रुपये जमा थे, उन्हें उन्होंने अपनी तिजोरी में सुरक्षित रखा था। उनका यह विश्वास था कि उनके अपने परिवार में कोई उन्हें धोखा नहीं देगा। लेकिन उनकी मामी-भांजा की रिश्तों की पवित्रता को झटका तब लगा जब उन्होंने देखा कि उनकी तिजोरी खाली है।

घटना तब सामने आई जब रिंकू देवी ने पूजा के बाद अपनी तिजोरी खोली। उन्होंने देखा कि लाखों रुपये गायब हैं। यह देखकर पूरे घर में कोहराम मच गया। सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह थी कि चोरी का आरोपी कोई और नहीं बल्कि उनका भांजा लवकुश कुमार था।

रिंकू देवी ने पुलिस को तुरंत सूचना दी। शुरुआती जांच में यह पता चला कि लवकुश ने पैसों को धीरे-धीरे चुराया। वह नियमित रूप से घर आता-जाता था, इसलिए उसे आसानी से तिजोरी तक पहुंचने का मौका मिला। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। लवकुश ने चोरी करने की बात स्वीकार की और बताया कि उसने चोरी की गई रकम को अपने दोस्तों के साथ मौज-मस्ती में खर्च किया।

लवकुश ने चोरी की गई रकम का विवरण भी दिया। उसने महंगे कपड़े, जूते, घड़ियां खरीदीं, दोस्तों के साथ होटल और रेस्टोरेंट में खाने-पीने का आनंद लिया, और कई बार छोटे-छोटे शौक पूरे किए। यह पूरी घटना दर्शाती है कि कभी-कभी सबसे करीबी रिश्तेदार भी विश्वासघात कर सकते हैं।

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पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और लवकुश को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही, उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि परिवारिक और व्यक्तिगत संपत्ति की सुरक्षा बहुत जरूरी है। यह घटना यह संदेश देती है कि किसी पर अंधविश्वास करना ठीक नहीं, और हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए।

रिंकू देवी के लिए यह समय कठिन है, लेकिन पुलिस की तत्परता और कार्रवाई से उन्हें न्याय की उम्मीद है। यह मामला परिवारिक रिश्तों में विश्वास और ईमानदारी की अहमियत को उजागर करता है। किसी भी परिस्थिति में इन मूल्यों से समझौता करना नुकसानदेह हो सकता है।

यह घटना केवल चोरी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक चेतना भी बढ़ाती है। हमें अपने परिवार और समाज में भरोसे के साथ-साथ सतर्कता भी बरतनी चाहिए। यह कहानी यह भी बताती है कि रिश्तों में ईमानदारी और पारदर्शिता सबसे महत्वपूर्ण हैं।

भले ही पैसों की कीमत बड़ी हो, लेकिन विश्वासघात का दर्द इससे कहीं ज्यादा भारी होता है। इस घटना से यह भी सीख मिलती है कि रिश्तों में भरोसा बनाए रखना जरूरी है, लेकिन किसी भी परिस्थिति में अपनी संपत्ति और सुरक्षा की अनदेखी नहीं करनी चाहिए।


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