Follow Us:

Stay updated with the latest news, stories, and insights that matter — fast, accurate, and unbiased. Powered by facts, driven by you.

जयपुर में भारी बारिश से हाहाकार: 5 घंटे में 47 मिमी बारिश, JK Lon अस्पताल की NICU की फॉल सीलिंग गिरी

जयपुर में भारी बारिश से हाहाकार: 5 घंटे में 47 मिमी बारिश, JK Lon अस्पताल की NICU की फॉल सीलिंग गिरी

जयपुर में मूसलधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, अस्पताल की छत गिरी, सड़कों पर जलसैलाब

जयपुर, 30 जुलाई 2025 — राजस्थान की राजधानी जयपुर में बुधवार सुबह से हो रही तेज बारिश ने शहर की रफ्तार थाम दी। सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक 47 मिमी (करीब 2 इंच) बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके बाद रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहा, जिससे शहर में कई कॉलोनियों और मुख्य सड़कों पर पानी भर गया। हालात इतने गंभीर हो गए कि गाड़ियां पानी में फंसने लगीं, कई जगह ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई।

🏥 जेके लोन अस्पताल में गिरा NICU का फॉल सीलिंग

सबसे चौंकाने वाली घटना जेके लोन अस्पताल से सामने आई, जहां NICU (नवजात गहन चिकित्सा इकाई) में फॉल सीलिंग गिर गई। घटना के समय वहां स्टाफ और कुछ नवजात मौजूद थे। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, लेकिन इससे अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

🏠 मुख्य सचिव और डीजीपी के घर के बाहर भी पानी भर गया

राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (DGP) के सरकारी आवासों के बाहर भी भारी जलभराव हो गया, जिससे अधिकारियों का भी आना-जाना बाधित हुआ। यह घटना राजधानी की नालियों और ड्रेनेज सिस्टम की खस्ताहाल स्थिति को उजागर करती है।

📷 तस्वीरों और वीडियो में देखें हालात

Heavy Rain In Jaipur: जयपुर में मूसलाधार बारिश, सड़कें बनीं नदी... ट्रैफिक  जाम | Monsoon 2025

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरें और वीडियो जयपुर की सड़कों, कॉलोनियों, और सरकारी भवनों के हालात बयां कर रहे हैं। लोग पैदल चलने तक में असहज महसूस कर रहे हैं, वहीं कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी बाधित रही।

🔍 प्रशासन ने क्या कहा?

नगर निगम और जिला प्रशासन ने दावा किया कि हालात पर निगरानी रखी जा रही है, और राहत दल सक्रिय हैं। हालांकि, स्थानीय निवासियों का कहना है कि हर साल यही हाल होता है, और कोई स्थायी समाधान नहीं किया जाता।

📌 निष्कर्ष

जयपुर की बारिश ने एक बार फिर शहर की बुनियादी ढांचे की पोल खोल दी है। जहां अस्पतालों की सुरक्षा पर चिंता है, वहीं सड़कों का जलभराव प्रशासनिक लापरवाही का साफ संकेत देता है। जनता अब सवाल कर रही है — क्या हर मानसून में ऐसे ही हालात सहने होंगे?


Note: Content and images are for informational use only. For any concerns, contact us at info@rajasthaninews.com.

Share: