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भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सिंधु जल समझौता रोकने और वीज़ा प्रतिबंध जैसे कदम क्यों उठाए, और क्या ये एक "मुँहतोड़ जवाब" है।

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सिंधु जल समझौता रोकने और वीज़ा प्रतिबंध जैसे कदम क्यों उठाए, और क्या ये एक "मुँहतोड़ जवाब" है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हाल ही में पाकिस्तान में हुए आतंकी हमले के बाद कड़ा रुख अपनाया है। खासकर पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ 5 बड़े फैसले लिए हैं। ये फैसले कूटनीतिक, आर्थिक और रणनीतिक स्तर पर बेहद अहम माने जा रहे 

मोदी जी के पाकिस्तान के खिलाफ 5 बड़े फैसले (2025)

1. सिंधु जल संधि पर रोक

भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू की।

अब पश्चिमी नदियों के जल पर भारत पूर्ण नियंत्रण की दिशा में बढ़ रहा है।

इसका असर पाकिस्तान की खेती और जल संसाधनों पर पड़ सकता है।

2. पाकिस्तान नागरिकों के लिए वीज़ा सेवा स्थगित

भारत ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए सभी वीज़ा सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी हैं — धार्मिक, व्यापारिक और पर्यटक वीज़ा सभी शामिल हैं।

3. पाकिस्तान के साथ व्यापार पर पूर्ण प्रतिबंध

भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी द्विपक्षीय व्यापार पर रोक लगा दी है।

इससे पाकिस्तान को आर्थिक मोर्चे पर तगड़ा झटका लग सकता है।

4. राजनयिक संबंधों में कटौती

भारत ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायुक्त को परामर्श के लिए वापस बुलाया।

पाकिस्तान के उच्चायुक्त को भी तलब किया गया और सख्त आपत्ति दर्ज कराई गई।

5. पाकिस्तान को आतंक प्रायोजक देश घोषित करने की मांग

भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों, विशेषकर संयुक्त राष्ट्र और FATF में पाकिस्तान को "आतंक प्रायोजक देश" घोषित करने की मांग तेज कर दी है।

इसका प्रभाव:

ये फैसले सिर्फ एक जवाब नहीं, बल्कि भारत की कूटनीतिक ताकत और सख्ती का संकेत हैं।

इससे पाकिस्तान पर दबाव बढ़ेगा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नज़र भी इस ओर खिंचेगी।

सिंधु जल संधि पर रोक

Note: Content and images are for informational use only. For any concerns, contact us at info@rajasthaninews.com.

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