बच्चों में पढ़ाई का समय कैसे बढ़ाएं? मानसिक विकास के लिए अपनाएं ये उपाय
- bypari rathore
- 01 August, 2025

बच्चों में पढ़ाई का समय कैसे बढ़ाएं? मानसिक विकास के लिए करें ये जरूरी उपाय
नई दिल्ली। आज के दौर में माता-पिता की सबसे बड़ी चिंता यही रहती है कि उनके बच्चे पढ़ाई में ध्यान कैसे लगाएं और मानसिक रूप से भी मजबूत कैसे बनें। डिजिटल दुनिया, सोशल मीडिया और लगातार बढ़ते शैक्षिक दबाव के बीच बच्चों का मन पढ़ाई में लगाना और उनके मानसिक विकास का ध्यान रखना आसान नहीं रह गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ सरल उपाय अपनाकर इस चुनौती को काफी हद तक हल किया जा सकता है।
कैसे बढ़ाएं बच्चों का पढ़ाई का समय?
1. सुनियोजित टाइम-टेबल बनाएं
बच्चों के लिए एक नियमित और सटीक टाइम-टेबल बहुत जरूरी है। हर दिन एक ही समय पर पढ़ाई कराने से बच्चों में अनुशासन और आदत दोनों विकसित होती हैं।
2. छोटे-छोटे ब्रेक जरूरी
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि बच्चों को लगातार लंबे समय तक न बैठाएं। लगभग 30-40 मिनट की पढ़ाई के बाद 5-10 मिनट का छोटा ब्रेक देना चाहिए। इससे दिमाग तरोताजा रहता है और ऊब नहीं होती।
3. इंटरैक्टिव लर्निंग अपनाएं

सिर्फ किताबों में सिर झुकाए पढ़ते रहने की बजाय, पढ़ाई को कहानियों, क्विज़, गेम्स और एक्टिविटी के ज़रिए मजेदार बनाएं। इससे बच्चे सीखने में रुचि दिखाते हैं।
4. डिजिटल गैजेट्स पर नियंत्रण रखें
मोबाइल, टीवी और वीडियो गेम्स बच्चों का सबसे बड़ा ध्यान भटकाने वाला साधन हैं। इनका इस्तेमाल सीमित करें और बच्चों को ज़्यादा वक्त पढ़ाई या रचनात्मक कामों में लगाने के लिए प्रेरित करें।
5. सकारात्मक माहौल और सराहना
बच्चों के छोटे-छोटे प्रयासों की भी तारीफ करें। इससे उनमें आत्मविश्वास और उत्साह पैदा होता है। डांट-फटकार से बचें क्योंकि इससे बच्चे और ज़्यादा पढ़ाई से दूर होते हैं।
बच्चों के मानसिक विकास के लिए क्या करें?
1. फिजिकल एक्टिविटी है जरूरी
रोजाना एक घंटा खेलना न सिर्फ शरीर बल्कि दिमाग के लिए भी फायदेमंद है। खेलों से बच्चे शारीरिक रूप से फिट रहते हैं और उनका दिमाग भी तेज होता है।
2. किताबों से दोस्ती कराएं
कहानियां और किताबें बच्चों की कल्पनाशक्ति बढ़ाती हैं। रोजाना 15-20 मिनट कहानी पढ़ने या सुनाने की आदत डालें। इससे उनकी भाषा क्षमता भी मजबूत होती है।
3. खुलकर बातचीत करें
बच्चों से रोज बातचीत करें, उनके सवाल सुनें और उन्हें अपनी बात कहने का मौका दें। इससे उनका मानसिक विकास होता है और उनमें आत्मविश्वास आता है।
4. योग और मेडिटेशन सिखाएं
हल्की-फुल्की ध्यान की तकनीकें बच्चों को सिखाएं। यह उनकी एकाग्रता बढ़ाने और तनाव कम करने में बेहद सहायक है।
5. संतुलित आहार का ध्यान रखें
पोषक तत्वों से भरपूर खाना बच्चों के दिमाग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ड्राई फ्रूट्स, दूध, हरी सब्जियां और ताजे फल बच्चों के मानसिक विकास के लिए फायदेमंद हैं।
विशेषज्ञों की सलाह
चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट डॉ. नेहा शर्मा कहती हैं, “बच्चों का पढ़ाई में मन लगाना तभी संभव है, जब उनके मानसिक और शारीरिक विकास का संतुलन रखा जाए। ज़ोर-ज़बरदस्ती करने के बजाय उन्हें प्रोत्साहित करें। बच्चों को भरोसा दीजिए कि आप उनके साथ हैं, चाहे रिजल्ट कुछ भी हो।”
मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि माता-पिता यदि धैर्य रखें और धीरे-धीरे सकारात्मक बदलाव लाएं, तो बच्चे पढ़ाई में समय भी देंगे और मानसिक रूप से भी सशक्त बनेंगे।
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"हाईकोर्ट ने प्राइव...
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